कॉलेज में टॉपर छात्रा लंड के टोपे पर- 2

हॉट कॉलेज गर्ल इंडियन सेक्स कहानी एक ऐसी लड़की की पहली चुदाई की है जिसे अपनी सहेलियों की चुदाई देखकर खुद चुदने का मन हुआ तो उसने एक यार बना लिया.

यह कहानी सुनें.


हाय फ्रेंड्स, मैं हॉट कॉलेज गर्ल तानिया, आपको अपनी पहली चुदाई की कहानी सुना रही थी.
इंडियन सेक्स कहानी के पहले भाग
जवानी आते ही अन्तर्वासना भड़क उठी
में अब तक आपने जाना था कि मेरा ब्वॉयफ्रेंड निखिल आज पहली बार मुझे चोदने जा रहा था.

अब आगे हॉट कॉलेज गर्ल इंडियन सेक्स कहानी:

कार निखिल ड्राइव कर रहा था. मैं उसकी बाजू में बैठी बैठी दोपहर की बातें सोच रही थी और गर्म हो रही थी.
काश, वहां उस वक्त कोई ना आया होता तो मजा आ गया होता.

गेस्ट हाउस पहुंच कर हम सब फ्रेश होने चले गए.
मैं नहाते वक्त सोच रही थी कि आज रात पार्टी के बाद क्या होगा क्योंकि शनाया और मुस्कान तो अपने अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ चुदाई करने वाली थीं.

मेरे मन में सवाल था कि क्या आज निखिल मेरी चुदाई कर देगा.

रात के दस बजे तरुण बियर की बोतलों की एक क्रेट लेकर आ गया.
हम सब बियर पीते पीते डांस करने लगे और साथ में चखने के तौर पर जो फ़ास्ट फ़ूड था, वो खाने लगे.

बारह बजे ज़ीशान और शनाया एक रूम में चले गए.

निखिल व तरुण अभी भी बियर पी रहे थे. मैं बियर पीकर रूम में चली गई क्योंकि हल्का सा सिर घूमने लगा था.
मैं रूम में आकर अपनी ड्रेस चेंज करने लगी क्योंकि मैं जींस में थी.

मैंने फिर से एक स्किन टाइट लैगिंग्स पहन ली और ऊपर एक ढीली सी टॉप, जो मेरी गांड तक पहुंच रही थी, वो पहन ली.
अपना फ़ोन लेकर मैं बेड पर लेट गयी.

करीब साढ़े बारह बजे निखिल रूम में आया और बोला- सब अपने अपने रूम में चले गए.
उसने ओपन शर्ट और अन्दर जिम वेस्ट पहनी थी और नीचे जींस में था.
मस्त लग रहा था वो!

मैं बोली- हो गया तुम्हारा, बियर पीकर?
वो बोला- बाबू बियर पीकर तो हो गया, पर नशा तो तुम्हारा चढ़ा हुआ है.

मैंने उसे पास बुलाया और उसका सिर गोद में रखकर उसके बालों पर हाथ फेरने लगी.
पर वो तो कुछ और ही फिराक में था.

वो सीधा मेरी गोद में लेटा हुआ था. वो एक हाथ घुमाकर मेरी गांड को सहलाने लगा, बोला- बाबू, तुम्हारा फिगर मस्त है.
वह मुझे सिड्यूस करने की कोशिश में था.

अब वो अपने दूसरे हाथ से मेरे गाल और गर्दन छूने लगा.
मैं धीरे धीरे गर्म होने लगी.

मैंने अपना मुँह नीचे कर दिया और उसके होंठों को चूसने लगी.

निखिल फट से अपने घुटने के बल बैठ गया और हम दोनों फिर एक दूसरे को चूमने लगे.

निखिल- बाबू, ऐसा लग रहा हैं कि तुम्हें आज अपनी बना लूँ.
मैं- बाबू, मैं तो तुम्हारी ही हूँ.

मैंने इतना कहा, तो उसने मेरी कमर पकड़ कर मुझे अपने ऊपर बैठा दिया.
मैं उसके ऊपर दोनों पैर दोनों साइड करके बैठ गयी.

मेरे मम्मे उसके मुँह के सामने थे और हम दोनों लिपलॉक में खो चुके थे.
करीब दस मिनट तक हम एक दूसरे चूमते रहे.

तभी उसने अपने हाथों से मेरे मम्मे पकड़ कर दबा दिए.
मेरी आंखें बंद हो गईं और मुँह से अहह की कामुक आवाज निकल गई.

ये आवाज निखिल को उत्तेजित करने लगी और वो और ज़ोर से मेरे दूध दबाने लगा.

मैं- अहह उफ़्फ़ बेबी अहह … आराम से अहह उम्म!
मेरी आंखें बंद थीं और मैं अपने होंठ काटने लगी.

मैं लगातार सिसिया रही थी- अहह मार ही डालोगे क्या जान … आराम से अहह!

निखिल मम्मे मसलते हुए- तुम्हारा टॉप उतार दूँ बाबू?
मैं- अहह रुको … अहह उफ़्फ़ बेबी.

निखिल- क्यों क्या हुआ … टॉप नहीं उतारूं क्या बेबी? मुझे तुम्हारे दूध चूसने हैं.
मैं- अहह हां मेरी जान … पर दरवाज़ा खुला है. जरा रुको, मैं बंद कर देती हूँ.

मैंने अपने बाबू की गोद से उठ कर दरवाजा बन्द कर दिया.
निखिल ने खड़े होकर अपनी शर्ट उतार दी और मुझे इशारे से अपनी ओर बुलाया.

मैं बिना एक पल का समय गंवाए उसके पास आकर खड़ी हो गयी.
उसने मुझे चूमते हुए दीवार से टिका दिया और दीवानों की तरह मुझे चूमने लगा.

उसका चूमना मुझे बड़ा ही मस्त लग रहा था. वो कभी गर्दन, कभी होंठ चूमता, तो कभी मेरे मम्मों को दबाता जा रहा था.
मेरे दोनों हाथ उसके सिर को पकड़े हुए थे और मैं लगातार आहें भर रही थी- आह … उम्म … उफ़्फ़ निखिल आई लव यू बाबू.

वो मेरे टॉप के अन्दर हाथ डाल कर मेरे चूचों को ब्रा के ऊपर से मसलने लगा और अगले ही पल उसने मेरे टॉप को उतार कर फेंक दिया.
मेरी चूचियों की क्लीवेज पर वो किस करने लगा और उधर अपनी जीभ से चाटने लगा.

उसकी जीभ का मखमली अहसास पाकर मैं तो बस कामुक सिसकारियां ले रही थी.
मेरी आवाजें उसे और भी ज्यादा मदांध कर रही थीं- ओह … बेबी … उम्म उफ़्फ़.

निखिल बोला- उफ़्फ़ … मस्त माल हो यार तुम!
मैं बोली- आह रुको मत बेबी अहह … मजा आ रहा है उम्म निखिल!

उसने मुझे उलटा दीवार पर टिका दिया और मेरी पीठ पर किस करने लगा.
उसने मेरे बाल आगे कर दिए और मेरी गर्दन पर भी किस किया.
साथ ही वो अपना लंड मेरी भरी हुई गांड पर मसलने लगा.

मैं भी अपनी गांड उसके लंड पर दबाकर गांड हिलाने लगी.

निखिल- अहह तानी क्या मस्त गांड हिला रही हो … उफ़्फ़ मजा आ गया.

तभी उसने मेरी ब्रा का हुक खोल कर उसे अलग कर दिया और मेरी नंगी चिकनी पीठ पर जीभ से चाटने लगा.

मैं अपनी गांड पीछे की ओर धक्के मार कर उठाने लगी, जो उसके लवड़े को झटके मार रही थी.
मेरी ‘अहह … अहह … उफ़्फ़ बेबी … अहह …’ की मदहोश कर देने वाली सिसकारियां, निखिल के अन्दर जोश भर रही थीं.

उसने एकाएक मुझे झट से अपनी और पलटाया और मेरे दूध के ऊपर से लटकी हुई ब्रा को खींच कर अलग कर दिया.
अब मेरे मम्मे उसके सामने नंगे हो गए थे. मेरी तेज सांसें दोनों मम्मों को ऊपर नीचे झुला रही थीं.

निखिल उन्हें खा जाने वाली नज़रों से ताड़ रहा था.
वह बोला- वाह … क्या मस्त चूचियां हैं तेरी … मेरी जान.

मैं बोली- ऐसा लग रहा है, जैसे तुम्हें कोई खजाना मिल गया हो.
निखिल बोला- ओह बेबी, ये किसी खजाने से कम हैं क्या … उफ़्फ़ दूध जैसी सफेद, मुलायम … और ये तुम्हारे सख्त निप्पल ओहहो … मुझे पागल कर रहे हैं.

वो थोड़ा सा अपनी कमर को झुका कर नीचे को हुआ और मेरे दोनों मम्मों को हल्के हाथ से पकड़ कर मेरे निप्पल के साइड में जीभ घुमाने लगा.
आह … मुझे और तड़फा रहा था वो!

मैं बोली- अहह … प्लीज बेबी, इतना मत तड़पाओ ना अपनी जान को … अहह … उम्म चूस लो ना निप्पल मेरे!

वो ऐसे प्यार से धीरे से मेरी निप्पल बारी बारी चूसने लगा. जीभ से मेरे कड़क निप्पलों को बारी बारी से सहलाने लगा.

6-7 मिनट तक वो मेरे चूचुकों को चूसता रहा; फिर अपनी जिम वेस्ट उतार कर उसने मुझे उठा कर टेबल पर बिठा दिया.

मैंने उसकी कमर पर अपने पैरों से कैंची बनाकर उसे जकड़ लिया.
अब वो मुझे लिपलॉक करते हुए मेरे दूध दबाने लगा और निप्पल मरोड़ने लगा.

फिर वो नीचे हुआ और मेरी नाभि को चूमने लगा.
इसके बाद निखिल ने मुझे उठा कर टेबल के सहारे उल्टा झुका दिया.

मैंने भी अपनी कमर को नीचे करके गांड को ऊपर उठा दी.
मेरी गांड ऊपर, सिर ऊपर और कमर नीचे की ओर.

वो लैगी के ऊपर से मेरी गांड को दबाने लगा और मेरी कमर को चूमने लगा.
कुछ पल बाद उसने मेरी टांगें फैला दीं औऱ मेरी लैगी उतार दी.

मैं सिर्फ थोंग पैंटी में थी, जो कि पूरी गीली हो चुकी थी.
वो अपने एक हाथ से मेरे कूल्हे दबाए जा रहा था, तो दूसरे हाथ से मेरी चूत को पैंटी के ऊपर से सहला रहा था.

‘अहह … अहह … निखिल … उफ़्फ़ तुम्हारे हाथ मुझे मार डालेंगे … ओह्ह बेबी … ओह्ह माई गॉड … और करो … आह रुको मत बेबी.’
निखिल ने अब मेरी पैंटी उतार दी और मुझे नंगी कर दिया.

मुझे नंगी देख कर वो बोला- वॉव … मस्त चिकनी मोटी गांड है तेरी!
वो मेरे कूल्हों के ऊपर प्यार से हाथ फेरता हुआ, मेरे गुंदाज कूल्हों पर चांटे मारने लगा.
‘चट चट …’

मैं- अहह … ओह्ह … शिट बेबी … हाय रे मेरी गांड!

निखिल और ज़ोर से चांटे मारते हुए बोला- कैसा लग रहा है मेरी जान?
मैं अपने कूल्हे हिलाती हुई- उफ़्फ़ बेबी मजा आ रहा है … कॉम ऑन स्लैप मी!

उसकी इस हरकत से मेरे शरीर में और जोश आ गया था.
अब वो नीचे बैठा और मेरी टांगें फैला कर मेरी चूत चाटने लगा.

उसके मुँह से ‘म-मम … उम्म …’ की आवाजें आ रही थीं.

मैं- अहह निखिल मेरी चूत और चूसो अच्छे से चूसो … अहह … ज़ोर से आह.

निखिल चूसते चूसते मेरी चुत में उंगली करने लगा. उसने पहले एक, फिर दो उंगलियां पेल दीं. चूत के दाने को दो उंगलियों से छेड़ने लगा और छेद में जीभ चलने लगा.
करीब पाँच मिनट के बाद मैं ज़ोर से सिसकारियां भरती हुई उसके मुँह में ही झड़ गई.

‘अहह अहह अहहह.’
मैं कटे पेड़ सी वहीं टेबल पर ढीली होकर गिर गयी.

इतना करके वो मुझसे अलग हुआ.
शायद अब मेरी बारी थी.

मैंने भी उसे एक जगह टिका दिया और उसकी गर्दन से किस करते हुए उसके निप्पल चूसने लगी, साथ में एक छाती पर हाथ फेरने लगी, दूसरे हाथ से जींस के ऊपर से उसका लंड मसलने लगी.

निखिल- अहह बेबी कॉम ऑन.
मैं उसके एब्स को चूमने लगी, फ़िर मैंने उसकी जींस उतार कर उसे चेयर पर बिठा दिया.

उसकी चड्डी पूरी गीली थी और उसका लंड मस्त तना हुआ था.
मैं उसके लंड को चड्डी के ऊपर से से ही सहलाने लगी.

निखिल बोला- तानिया, मेरी जान … आह मुझसे रहा नहीं जा रहा, कुछ करो … उम्म … उफ़्फ़.

मैं समझ गयी कि निखिल मुझसे लंड चटवाना चाहता है. मैं भी उसका लंड चूसना चाहती थी. मैंने उसकी चड्डी उतार दी.

मैंने पहली बार किसी मर्द का लंड देखा था, वो भी मोटा और काला.
उसके लंड के टोपे से पानी आ रहा था.

मैं उसकी जांघ पर जीभ से चाट रही थी, साथ में उसके हथियार को ऊपर नीचे कर रही थी.

निखिल- अहह अहह … क्या मस्त गर्लफ्रेंड मिली है.

मैंने निखिल के लंड के अखरोट अब एक हाथ में ले लिए और दूसरे हाथों से उसका लंड पकड़ कर मुँह में ले ली.
मैंने उसका लंड पूरे अपने गले तक घुसेड़ लिया और अन्दर बाहर करने लगी.

‘गों… गों …’ की आवाज आ रही थी.
निखिल ने मेरे बाल पकड़े और मेरा मुँह लंड पर दबाने लगा.

निखिल के मुँह से सिसकारियां निकलने लगीं- अहह … बेबी यस अहह … टेक इट … उम्म सक बेबी सक इट.

मेरी तेजी बढ़ गई और करीब पाँच मिनट उसका लंड चूसने के बाद वो मेरे मुँह के अन्दर झड़ा.
वीर्य के तीन चार झटके उसके लंड ने मेरे मुँह के अन्दर मारे और पूरा लोड मेरे अन्दर चला गया.

हम दोनों बाथरूम गए और अपना मुँह धोकर आ गए.
बेड पर आकर हम चूमाचाटी करने लगे.

कोई 15 मिनट की चूमाचाटी के बाद मेरे आशिक का लवड़ा फुल जोश में पूरा तन गया.

मैं उसका लंड पकड़ कर बोली- बेबी, ये तो फिर से खड़ा हो गया, उफ़्फ़ मस्त लग रहा है.
निखिल बोला- तानिया, अब मैं तुम्हें चोदना चाहता हूँ.

मैं बोली- हां मेरी जान, मैं भी तुम्हारा लंड लेना चाहती हूं. मेरी जान, मेरी सील तोड़ दो!

निखिल ने फिर मुझे बेड के आखिर में लाकर मेरी टांगें फैला दीं और मेरे ऊपर आकर मेरे दूध दबा कर मुझे किस करने लगा.

दो तीन मिनटों बाद वो खड़ा हुआ. उसने एक तकिया मेरी गांड के नीचे रख दिया और मेरी चूत चाटने लगा.

‘हाय निखिल, तुम्हारी जीभ अहह … उफ़्फ़ निखिल … अब घुसा दो ना प्लीज.’

निखिल अपने लंड पर थूक लगाता हुआ बोला- तैयार हो ना तुम … चुदने के लिए … बहुत दिनों से इस पल का वेट किया. आज बहुत चोदूँगा तुम्हें!

‘हां बेबी, मुझे भी तुमसे चुदना है.’
मैंने अपनी टांगें फैला दीं.

मेरी चूत और गांड का छेद उसके सामने खुला हुआ था. उसने लंड मेरी चूत में रगड़ना चालू कर दिया.

‘उहह … निखिल वाओ.’
‘बेबी डाल दूँ?’
‘यस बेबी, डालो.’

निखिल ने एक तेज झटका मारा, उसका लंड का टोपा मेरी चूत चीरता हुआ अन्दर चला गया.
मैं सन्न हो गयी और चिल्ला दी- अहह मर गई … आह निकालो इसे बाहर … जल्दी प्लीज दर्द हो रहा है.

‘बेबी आराम से, कुछ नहीं होगा.’

निखिल ने जोश में एक और तेज झटका दे मारा और लंड पूरा अन्दर घुस गया.
मैं उसके झटके से तिलमिला उठी और उसका लंड पूरा खून खून हो गया.

‘निखिल, आह आई हेट यू … ऊऊ अहह उफ़्फ़ निकालो इसे.’
मगर उसने मेरी एक न सुनी, वो धीरे धीरे धक्के देता हुआ मेरे ऊपर चढ़कर मुझे किस करने लगा और मेरे दूध दबाने लगा.

एक मिनट बाद मेरा दर्द कम हुआ और मजा आने लगा.
निखिल भी अब मुझे चोदने लगा और पेलते हुए बोला- बेबी, कैसा लग रहा है?

‘अहहह बहुत मजा आ रहा है … अहह ह ह ह उफ़्फ़ बाबू यस कॉम ऑन बेबी हाय रे मेरी फुद्दी.’

दो मिनट बाद निखिल बोला- तानिया, अब तुम कंट्रोल अपने हाथ में लो और मुझे मजा लेने दो.
वो चेयर पर बैठ गया.

मैं उसकी तरफ चेहरा करके दोनों पैर दोनों साइड करके खड़ी हो गयी.
उसका लंड पकड़ कर चूत के छेद में डाल कर बैठ गयी.

निखिल- ओह तानिया, तुम बहुत मस्त हो यार … अहह तुम्हारी गांड दूध सब मस्त हैं.
मैं बोली- अच्छा जी, ऐसा है क्या?

मैं ऊपर नीचे ऊपर नीचे करने लगी.
मेरे दूध उसके सामने उछल रहे थे. वो उन्हें पकड़ कर कभी दबाता, तो कभी निप्पल चूसता.

‘अहह तानिया कम ऑन बेबी.’
‘यस यस बेबी … निखिल अहह अहह निखिल उफ़्फ़ उफ़्फ़ आइ एम कमिंग निखिल.’

मैंने उसके चेहरे को दोनों हाथ से पकड़ कर अपने मम्मों के बीच करके हग कर लिया और तेजी से चुदने लगी.

‘बेबी मैं आ रही हूँ आई एम कमिंग ओह्ह अहह.’
मैं झड़ गयी और उसके गले से लग कर पस्त हो गयी.

‘तानिया, अभी मेरा बाकी है. मेरी जान तानिया प्लीज़ घोड़ी बनोगी?’

मेरी चूत गीली थी और जलन भी दे रही थी.
फिर भी मैं फट से टेबल के सामने अपनी गांड उठा कर झुक गयी क्योंकि मुझे निखिल को खुश करना था.

उसने पीछे से आकर मेरा एक पैर चेयर पर रख दिया और अपना भी एक पैर चेयर पर रख कर, लंड चूत के छेद में घुसाने लगा.
मेरे झड़ने के कारण उसका लंड आराम से अन्दर चला गया.

लंड चूत में सैट करने के बाद उसने दोनों हाथों से मेरी कमर पकड़ ली और मुझे बुलेट ट्रेन की स्पीड से पेलने लगा.

निखिल को और जोश में लाने के लिए मैं आवाजें निकालने लगी- ओह्ह निखिल … अहह और ज़ोर से … और जोर से कम ऑन बेबी … कम इनसाइड मी … अहह उफ़्फ़ उम्मम अहह!

वह तो झड़ने का नाम ही नहीं ले रहा था. वो तेज चोदने के साथ साथ मेरी गांड पर चट चट चांटे मारने लगा था.

निखिल बोलने लगा- ले कुतिया ले और ले … आह.
वो बहुत तेज धक्के मारने लगा और मेरी हालत खराब होती जा रही थी.

‘अहह उफ़्फ़ बेबी रहम करो, मेरी चूत पर आह थोड़ा धीरे करो … ये तुम्हारी ही है अहह मां मार डाला रे … उफ़्फ़ बेबी प्लीज.’
पर वो अपने चरम पर था, तो कहां थमने वाला था.

‘रुक साली … आज तेरी चूत फाड़ डालूँगा अहह.’
‘अहह निखिल, अहह आराम से ना बाबू … उफ़्फ़ मर गयी.’

निखिल मेरी गांड उठा उठाकर चोद रहा था. फिर दो चार तेज झटके मार कर वो मेरी चूत के अन्दर ही गर्म गर्म माल निकाल कर झड़ गया.
वो हांफता हुआ बोला- आह … आई लव यू बेबी.

पांच मिनट बाद हम दोनों फ़्रेश होकर नंगे ही सो गए.

दोस्तो, यह थी हॉट कॉलेज गर्ल इंडियन सेक्स कहानी.
आशा है कि आपको कहानी पसंद आई होगी.
नमस्ते.

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