इस हॉट GF Xxx कहानी में मेरे भाई की जवान गर्लफ्रेंड की गांड चुदाई का मजा लें! मैंने उसे अपने पड़ोसी जोड़े के साथ सेक्स करने के लिए आमंत्रित किया और उत्तेजना में आकर उसने अपनी गांड मरवा ली।
सुनिए ये कहानी.
दोस्तो, मैं अंजलि एक बार फिर आपको आगे की कहानी सुनाती हूँ।
कहानी के पिछले भाग ”
पोकर कार्ड के बहाने यौन मज़ा” में
मैंने आपको बताया था कि कैसे हमने नेहा और मेरे भाइयों यश और तपिश को उसके साथ सेक्स करने के लिए उकसाया था।
अगले दिन क्या हुआ वो मैं आज आपको इस हॉट GF Xxx कहानी में बताऊंगा.
जैसा कि आप जानते हैं, अगले दिन नेहा और मुझे 11 बजे निधि और तपिश के घर जाना था, जहाँ मुझे चिकन व्हाइट सॉस पास्ता बनाना था और निधि के साथ रिचर्ड से मिलने के लिए तैयार होना था।
मैंने सुबह माँ से कहा- मैं 11 बजे निधि के घर जाऊँगा और वहाँ से तैयार होकर निधि के साथ रिचर्ड से मिलने चलूँगा।
माँ ने मुझसे कहा कि सब कुछ ठीक है।
यश कहता है- माँ, मैं भी दी के साथ नेदीदी के घर जाऊँगा।
मैंने कहा- क्या करोगी?
तो माँ ने कहा- उसे ले जाओ.. वो तुम्हारी थोड़ी मदद करेगा और गर्मी में खेलेगा।
मैंने उसे घूर कर देखा और मैंने कहा- ठीक है.
रात 11 बजे हम दोनों निधि के घर गए, दरवाजे की घंटी बजाई तो निधि ने दरवाजा खोला.
वह पूरी तरह नग्न थी.
हम दोनों अन्दर आये, अपने सारे कपड़े उतार दिये और पूर्णतः नग्न हो गये।
मैं कागज़, कपड़े और पास्ता का सामान लेकर निधि की ओर चल दिया।
निधि ने मेरे कपड़े और कागजात ले लिये और बोली, “तुम रसोई में जाओ, मैं इन्हें शयनकक्ष में रखकर आती हूँ।”
यश पूछता है- निधि, नेहा अभी तक नहीं आई क्या?
निधि बोली- तुमने नेहा को कहीं देखा?
यश ने कहा- नहीं.
तो निधि बोली- इसका कोई मतलब नहीं है.
यश ने नेहा को मोबाइल पर कॉल किया तो नेहा बोली- मैं दो मिनट में आ रही हूँ.
यश लिविंग रूम में तपिश के पास चला गया और मैं किचन में आ गयी.
थोड़ी देर बाद दरवाजे की घंटी बजी और मैंने दरवाजा खोला.
नेहा सामने थी और मुझे नंगा देख कर चौंक गयी.
मैंने कहा- तुम नियम क्यों भूल गये?
उन्होंने कहा- मुझे लगा कि ये मजाक है.
मैंने उससे पूछा- अन्दर जाऊं या वापस जाऊं ताकि तपिश को बता सकूं कि वो लड़की आई और डर कर चली गई.
नेहा बोली- दीदी, मैं बच्ची नहीं हूँ, किसी से नहीं डरती!
इतना कहकर वह अंदर चली गई।
मैंने दरवाज़ा बंद कर दिया और कहा- चलो नियम का पालन करते हैं।
फिर नेहा अपने कपड़े उतारने लगी, वो पूरी नंगी हो गयी.
मैंने उसकी चूत पकड़ कर दबा दी.
वो बोली- उई माँ, बहनचोद, क्या करती हो?
मैंने कहा- देखता हूँ कितनी आग है तुममें!
मैंने कहा और मुस्कुराते हुए रसोई में चला गया।
नेहा मेरे पीछे पीछे रसोई में चली गयी.
निधि को भी नंगा देख कर वो समझ गयी कि यहाँ के नियम सबके लिए हैं.
फिर वो भी हमारी मदद करने लगी.
थोड़ी देर बाद तपिश और यश भी किचन में आ गये.
तपीश मेरे पीछे आया, मेरे स्तनों को पीछे से पकड़ लिया और बोला: प्रिये, हमारे लिए भी कुछ पास्ता बचाकर रखना!
बोलते-बोलते उसने मेरी छाती जोर से दबा दी।
मैंने गुस्से में कहा- मैंने तुम तीनों के लिए भी किया था. गरम करें और दोपहर के भोजन के लिए परोसें।
दूसरी ओर यश ने नेहा को पकड़ रखा था और वह नेहा के स्तनों से खेल रहा था.
ये देख कर तपिश मुझे छोड़ कर नेहा की तरफ चल दी.
तभी तपिश ने नेहा से कहा- आज तो लड़की बहुत अच्छी लग रही है!
इतना कह कर उसने नेहा की चूत पकड़ ली.
नेहा कहती हैं- मैं बच्ची नहीं हूं. अगर अगली बार उस लड़की ने कुछ कहा तो मैं यहां से निकल जाऊंगा.
तपिश ने कहा: अगर तुम जाओगे तो यह पक्का हो जाएगा कि तुम बच्चे हो।
नेहा चुप हो गई और हम सब हंसने लगे.
तपिश नेहा के पीछे आया और अपना लंड उसकी गांड पर रगड़ने लगा.
नेहा बोली- अरे यार, क्या तुम सिर्फ किचन में ही खाना बना सकती हो?
तपिश कहती हैं- किचन में इसे करने का अलग ही मजा है।
उसने निधि से पूछा- क्यों निधि?
निधि हाँ कहती है।
फिर यश ने नेहा को बैठाया और अपना लंड नेहा के मुँह में डाल दिया.
नेहा उसके लंड को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी.
दूसरी ओर, तपीश ने फ्रिज से मक्खन निकाला, अपने लिंग पर थोड़ा सा फैलाया, नेहा के पास गया और बोला- इसे चूसो!
नेहा उसे चूसने लगी.
थोड़ी देर बाद तपिश का लंड पूरा खड़ा हो गया.
तपिश बोली- चलो, खड़ी हो जाओ, आगे झुको और यश का लंड चूसो!
नेहा खड़ी हुई, आगे झुकी और यश का लंड अपने मुँह में ले लिया.
उसकी गांड में लंड पूरा पीछे की तरफ था.
तपिश उसके पीछे आया, उसकी टांगें फैलाईं और अपने हाथ में ढेर सारा मक्खन लेकर उसकी चूत और गांड के छेद पर लगाया।
अब तपिश ने अपना लंड उसकी चूत पर रखा, उसके झूलते हुए स्तनों को पकड़ा और एक ही झटके में अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया।
वह चिल्लाई- मार डाला.
यश ने फिर अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया.
तपिश ने उसे पीछे से चोदा और यश ने नेहा का मुँह चोदा।
कुछ देर बाद नेहा स्खलित हो गई और चिल्लाने लगी- मैं जा रही हूँ.
उधर यश ने भी अपना वीर्य नेहा के मुँह पर छोड़ दिया.
नेहा का चेहरा एकदम पीला पड़ गया.
निधि ने बैठ कर नेहा के चेहरे को चाटा.
तपिश ने अपना लंड नेहा की चूत से बाहर निकाला और उससे कहा- चल कुतिया, अब अपने हाथ किचन काउंटर पर रख और आगे की ओर झुक जा और अपने हाथ से पैर को पूरा फैला ले.
नेहा ने भी ऐसा ही किया.
अब तपिश ने अपने लंड पर खूब सारा मक्खन लगाया और फिर नेहा के कूल्हों को पकड़कर एक ही झटके में अपना लंड उसकी गांड में डाल दिया.
नेहा चिल्लाई- हाय, मैं मर गई, इसे ले जाओ! मेरी तो गांड फट गयी.
मैंने देखा कि तपिश का लंड अभी आधा भी अन्दर नहीं गया था.
नेहा की आंखें नम हो गईं.
फिर मैंने यश को इशारा किया और यश उसके मम्मे दबाने लगा.
कुछ देर बाद नेहा का दर्द कम हुआ तो तपिश ने एक और मुक्का मारा और अपने लंड को और अंदर धकेल दिया.
वो फिर चिल्लाई- तुमने मुझे मार डाला… तुमने मेरी गांड फाड़ दी!
तपिश ने कहा- अब तो ये पूरी तरह टूट चुका है.
उसने कहा- गर्मी दूर करो!
मैंने यश को इशारा किया तो वह नेहा की छाती को जोर से दबाने लगा.
कुछ देर बाद नेहा का दर्द कम हो गया.
फिर तपिश ने धीरे धीरे उसकी गांड चोदनी शुरू कर दी.
कुछ देर बाद नेहा को मजा आने लगा तो वो अपनी गांड आगे-पीछे करने लगी.
कुछ देर बाद तपिश ने अपना वीर्य नेहा की गांड में छोड़ दिया और अपना लंड बाहर निकाल लिया.
然后我向亚什示意,他来到了尼哈身后。
他将自己的阴茎插入了尼哈敞开的屁股。
尼哈喊道——请停下来。
亚什没有听她的话,开始全速操她的屁股。
另一方面,塔皮什走到我身边,指着他的阴茎。
他的阴茎完全充满了白色浓稠的精液。
我坐下来,把他的阴茎含在嘴里,开始吮吸,彻底清理干净。
另一方面,亚什也在尼哈的屁股里释放了自己的精液。他从尼哈的屁股里拿出自己的阴茎,对尼迪说——尼迪,清洁我的阴茎。
尼迪坐下来,开始用嘴吮吸亚什的阴茎。
不一会儿,她就把亚什的阴茎彻底清理干净了。
我看到尼哈躺在地上,筋疲力尽。
然后我看了看手表。
我告诉尼迪时间,我们俩快步跑向卧室。
我和尼迪很快一起洗澡并做好准备。Nidhi 给了我一件黑色外套,她自己穿了一件白色透明的白色迷你裙。她没有穿胸罩。
她的迷你裙上有一些小补丁覆盖了她的乳头。
我们拿起了所有的行李和包装好的食物。Nidhi 拿起电子通行证。
然后我们戴上口罩,拿了车钥匙。
离开时,我对塔皮什说——别把这个尼哈挤得太紧。
塔皮什说——嘿朋友,我才刚刚开始。今天我们要带他去天堂。
我和尼迪离开了。
Nidhi 开着 Tapish 的 Honda City,我们坐在车里朝微软宾馆走去。
道路上空无一人。
我们在 15 分钟内到达。
警卫打开大门,尼迪把车停在里面。
我们拿走了所有的东西。
我看到守卫盯着尼迪,好像他现在就要吃掉她。
我们到达理查德的住处,尼迪按响了门铃。
一个女孩打开了门。
有一个大约25-30岁的黑人女孩。
निधि ने कहा- हाय कैथी!
उसने भी जवाब दिया- हाय निधि।
निधि ने मुझे बताया ये यहां की हाउस कीपर है।
मैंने निधि को हैरानी से देखा तो निधि ने कहा- यहां इसे मेड नहीं कहते, ये रिचर्ड का हर तरह ख्याल रखती है तो इसे हाउस कीपर कहते हैं। ये बहुत अच्छा काम माना जाता है।
दोस्तो, इसके बाद सारी बातें इंग्लिश में की हैं जिसका मैं हिन्दी अनुवाद दे रही हूं।
हम लोग अंदर गये।
मैं अंदर से गेस्ट हाउस देखकर शॉक हो गई।
वो एक 7 स्टार होटल का वीआईपी सूट जैसा था।
हम लोगों ने अपने पैकेट कैथी को दिये।
मैंने चिकन पास्ता बनाया था और निधि ने रसमलाई बनाई थी।
हम अंदर गये तो ड्रॉइंग रूम में एक अमेरिकन बैठा था।
निधि ने उसे कहा- हाय रिचर्ड!
रिचर्ड उठा और उसने निधि से कहा- हाय निधि। कैसी हो?
निधि उसके पास गई और उसके गाल पर एक किस दी और कहा- देख लो, मैं ग्रेट हूं। तुम कैसे हो रिचर्ड?
रिचर्ड- मैं ठीक हूं पर बोर हो रहा हूं।
निधि- कोई बात नहीं, अब मैं आ गई हूं तो सारी बोरियत खत्म!
मैंने रिचर्ड को देखा, वो करीब साढ़े छह फुट का होगा; हट्टा कट्टा, बिग बुल की तरह।
उसने मुझे देखा तो मैं उससे बोली- गुड आफ्टरनून सर!
रिचर्ड- तुम शायद अंजलि हो।
मैं- येस सर!
रिचर्ड- पहली चीज, मुझे सिर्फ रिचर्ड कहो।
मैं- जी रिचर्ड सर!
रिचर्ड- सिर्फ रिचर्ड … सर नहीं।
मैं- येस रिचर्ड।
रिचर्ड- ये बात हुई ना!
तब रिचर्ड ने कहा- पहले लंच कर लेते हैं। फिर बाद में बाकी सब!
हमने सिर हां में हिलाया।
हम लोग डायनिंग रूम में आ गये।
कैथी ने मेरा कोट ले लिया।
उसने डायनिंग टेबल पर खाना लगा रखा था.
अब मैंने पहली बार कैथी को ढंग से देखा।
वो एकदम काली थी। बाद में मुझे पता चला वो क्यूबा से थी।
उसकी फिगर 38 – 28 – 38 होगी। ग़ज़ब फिगर थी।
उसने टाइट जीन्स और टी-शर्ट पहनी थी।
उसके दूध एकदम बड़े बड़े और गांड बिल्कुल शकीरा की तरह मोटी मोटी थी।
हम सब डायनिंग टेबल के चारों तरफ बैठ गए।
गोल डायनिंग टेबल थी।
कैथी भी हमारे साथ बैठ गई। मैंने नोटिस किया खाना एकदम अमेरिकन स्टाइल का था।
सलाद, फ्रूट, जूस, मीट बॉल, मेरा पास्ता और निधि की रस मलाई।
कोई ब्रेड नहीं थी।
टेबल ऐसे लगी थी जैसे कोई फाइव स्टार होटल हो।
तरह-तरह के फोर्क, नाइफ और स्पून रखे थे और हर एक का अलग यूज था।
मुझे उनका ज्यादा इस्तेमाल तो आता नहीं था।
मुझे परेशान देखकर रिचर्ड ने कहा- डोंट वरी, जैसे तुम्हें खाना है खा लो।
हम लोगों ने खाना शुरु किया।
रिचर्ड ने पास्ता लिया और खाकर कहा- ये तो बहुत टेस्टी है.
निधि ने कहा- अंजलि ने ये स्पेशल तुम्हारे लिये बनाया है।
रिचर्ड ने कहा- तुम इतना टेस्टी पास्ता बनाती हो तो रेस्टोरेंट खोल लो।
तो मैंने कहा- ये तो बस हॉबी है।
हम लोगों ने खाना खा लिया।
खाने के बाद हमने रसमलाई खाई तो रिचर्ड ने पूछा- ये भी तुमने बनाई है?
मैंने कहा- नहीं ये तो निधि ने बनाई है।
तब रिचर्ड ने कहा- निधि तुम खाने में भी टेस्टी हो और बनाने में भी।
निधि ने कहा- अभी तो तुमने अंजलि को टेस्ट नहीं किया, वो तो मुझसे भी टेस्टी है।
रिचर्ड ने कहा- चलो देखेंगे।
मुझे कुछ ज्यादा समझ नहीं आया।
खाना खाने के बाद रिचर्ड ने कहा- ऑफिस में चलो।
मुझे समझ नहीं आया क्योंकि लॉकडाउन था तो ऑफिस कैसे खुल सकता है?
पर मुझे थोड़ी देर में समझ आ गया कि रिचर्ड ने अपना ऑफिस वहीं बनाया हुआ था।
मैं निधि और रिचर्ड के पीछे-पीछे चली गई और वो दोनों गैलरी से होते हुये अंदर गये और अंदर एक शानदार ऑफिस था।
एक बहुत बड़ी ऑफिस टेबल, एक्जीक्यूटिव चेयर और एक बहुत बड़ा सोफा सेट विद सेंटर टेबल।
चारों तरफ बड़ी बड़ी अलमारी और टेबल पर तीन चार लैपटॉप, प्रिंटर और ना जाने क्या क्या!
ऑफिस एकदम ठंडा था।
रिचर्ड ने निधि को इशारा किया और वो सोफ़े पर बैठ गई।
उसने मुझे इशारा किया और मुझे टेबल के सामने कुर्सी पर बैठा दिया.
वो सामने एक्जीक्यूटिव चेयर पर बैठ गया।
उसने मेरे पेपर मांगे और उन्हें देखने लगा।
फिर उसने मेरे से पूछना शुरु किया- तुमने इंजीनियरिंग दो साल पहले की थी तो जॉब क्यों नहीं की?
मैं- मैंने एक स्टार्ट-अप का सोचा था और उसके लिये फाइनेंस का इंतजाम कर रही थी. अब जब फाइनेंस आया तो लॉकडाउन हो गया। अब फाइनैंसर मना कर रहे हैं।
रिचर्ड- तो तुम्हें कोई अनुभव नहीं है।
मैं- नहीं है।
रिचर्ड- तपिश को कैसे जानती हो।
मैं- निधि और तपिश मेरे पड़ोसी हैं।
रिचर्ड- तो तपिश ने सिर्फ इसलिये रिक्मेंड किया है।
मैं- नहीं हम बहुत अच्छे फ्रेंड हैं और वो मेरा टैलेंट जानता है।
रिचर्ड- लास्ट सवाल, मैं तुम्हें क्यों रखूं?
मैं- रिचर्ड मेरे पास कुछ अच्छे आईडिया हैं और मैं बहुत हार्ड वर्किंग भी हूं और मैं माइक्रोसॉफ्ट और तुम्हारे लिये एक बड़ा ऐसेट बनूंगी।
रिचर्ड- ये सब मैं रोज सुनता हूं।
तब निधि बीच में बोली- यार रिचर्ड, अब ये सब छोड़ो ना, मैं इसकी गारंटी लेती हूं कि तुम निराश नहीं होंगे, ना ऑफिस के काम में और ना पर्सनल काम में!
रिचर्ड- ठीक है, पर इसे सब सिखाना पड़ेगा।
निधि- पर्सनल काम में तो ये मुझसे भी बेहतर है और ऑफिस का काम तपिश सिखा देगा।
रिचर्ड- तो ठीक है पर्सनल काम आज चेक कर लेते हैं और ऑफिस के काम के लिये तीन महीने का प्रोबेशन रख लेते हैं।
तब रिचर्ड ने मुझे बोला- देखो अंजलि, ऑफिस का तीन महीनों का प्रोबेशन टाईम रहेगा और काम अच्छा करोगी तो परमानैंट कर देंगे और तुम्हें मुझे पर्सनली रिपोर्ट करना होगा। और पर्सनल काम भी करने होंगे, जैसे निधि, तपिश के लिये मेरे काम करती है। सैलरी अभी सात सौ डॉलर पर मंथ होगी और परमानैंट होने पर दो हजार से तीन हजार डॉलर तक होगी। तुम्हारे ऊपर डिपेंड करेगा।
मैं- ठीक है रिचर्ड।
रिचर्ड निधि से- अब तपिश की जिम्मेदारी है कि वो इसे कितनी जल्दी काम सिखाता है।
निधि- डोंट वरी रिचर्ड, ये बहुत जल्दी सीख जाएगी।
रिचर्ड- निधि, आज इसका पर्सनल टैस्ट ले लेते हैं।
निधि- क्यों अंजलि, ठीक है?
मैं- हां, ठीक है।
मुझे समझ आ गया था कि मुझे अब रिचर्ड से चुदना है।
तब रिचर्ड खड़ा हुआ और बोला- चलो लिविंग रूम में चलते हैं।
हॉट GF Xxx कहानी में आपको खूब मजा आया होगा.
मुझे मेल और कमेंट्स में बताएं.
अंजलि
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हॉट GF Xxx कहानी का अगला भाग: लॉकडाउन में मिला शानदार चुदाई का मजा- 9